मैंने कहा- माँ, इसमें इतना उदास होने की बात क्या है। तुमको तो खुश होना चाहिये कि मुझे तुम्हारे होंठ पसन्द आये। शाम को डैड आ गए, फिर वही रूटीन, खाना खाकर सोने चले गए. मैं उसी दिन मौसी के घर से वापस निकल आया और शाम को घर आ https://seymouri420lue0.idblogz.com/profile