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5 Simple Techniques For shiv chalisa in gujarati lyrics

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लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥ प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला । जरे सुरासुर भये विहाला ॥ त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥ Therefore whenever you acquire an item on Amazon from the https://shivchalisas.com

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