संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि, राजदूत रुचिरा काम्बोज ने अपने सम्बोधन में, इन पौष्टिक, मोटे अनाज की अहमियत को रेखांकित किया. झा कहते हैं, "कांग्रेस चंपई सोरेन से नाखुश थी. पार्टी की प्रेशर पॉलिटिक्स चंपई सोरेन पर काम नहीं कर रही थी. उन्हें चंपई सोरेन के लोकप्रिय होने https://www.samridhbharat.in/